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उत्सव और त्यौहार

भोरमदेव के ऐतिहासिक, पुरातात्विक एवं सांस्कृतिक महत्व को बनाये रखने के लिए भोरमदेव महोत्सव का आयोजन प्रतिवर्ष चैत्र महीन के कृष्ण पक्ष तेरस के समय किया जाता है।

इस महोत्सव का आयोजन छत्तीसगढ़ शासन के संस्कृति एवं पर्यटन विभाग भोरमदेव महोत्सव आयोजन समिति, जिला प्रशासन, भोरमदेव तीर्थ प्रबंधकारिणी समिति एवं जनसहयोग से किया जाता है।

प्रारंभ में भोरमदेव में महाशिवरात्रि एवं चैत्र कृष्ण तेरस को दो तिथियों पर मेले का आयोजन किया जाता रहा है। सन 1995 में अविभाजित मध्यप्रदेश में तेरस मेला को भोरमदेव महोत्सव का स्वरूप दिया गया। 1998 में कबीरधाम जिला गठित होने के बाद 1999 में भोरमदेव महोत्सव का पांचवा आयोजन हुआ। छत्तीसगढ़ नया राज्य गठित होने के बाद 2001 में भोरमदेव महोत्सव का सातवां आयोजन हुआ।